विश्व में सबसे अधिक 112 देशों में बौद्व धम्म(धर्म) माना जाता है।

दमयन्तीपुरम न्यूज
      दमोह/आज पूरे विश्व में अनेको धर्मों को मनाने वाले अनुयायी है, जो अपने अपने धर्मं में विभिन्न तरीकों से मानते हैं। उन्ही धर्म मे आज के परिवेश में बौद्ध धम्म(धर्म) मानने वाले भी विश्व के 112 देशों में हो चुके हैं। जिसका कारण यह है कि तथागत बौद्ध के द्धारा बताये मार्ग है जैसे मानवतावादी धर्म जिसमे सभी मानव मानव से भेदभाव नही करता कोई किसी से छुआ छूत नही करता न ही जाति वर्ग को महत्व दिया जाता। ऐसे मानवतावादी नियमो को मानना एवं सम्यक मार्ग तर्क करके ही किसी विश्वास करना, शांति के मार्ग पर चलना, नशा न करना, मास न खाना, झूठ न बोलना, चोरी न करना, व्यभिचारी न होना और अंधविश्वास से मुक्ति के लिए निरन्तर प्रचार प्रसार करना जैसे अनेको मार्गो पर चलने का आव्हान किया है। एवं तथागत बौद्ध ने अन्य धर्मों से अलग अपने आपको ईश्वर नही माना और न ही किसी के द्वारा स्वयं को ईश्वर कहे जाने को माने। इन्ही सभी सम्यक मार्गो के कारण भारत से शुरू होने वाला बौद्ध धम्म आज विश्व 112 से अधिक देशों माना जा रहा है। जिसका सबूत कल बौद्ध पूर्णिमा को 112 देश मे बौद्ध जयन्ति मनाई गई और भारत सहित अनेको देशों में पूर्ण रूप से अवकाश रहा।
                    भीमपुत्र(कोमल अहिरवार)
                    दमोह 9584221414

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